जम्मू-कश्मीर की सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए 3 फेज में वोटिंग होनी है. वोट 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को डाले जाएंगे. वहीं, हरियाणा की सभी 90 सीटों के लिए एक ही फेज में 5 अक्टूबर को मतदान होगा. दोनों राज्यों के नतीजों का ऐलान 8 अक्टूबर को होगा. जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार 10 साल पहले नवंबर-दिसंबर 2014 में विधानसभा के चुनाव हुए थे. आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद यहां पहली बार विधानसभा के चुनाव होंगे.जम्मू-कश्मीर में परिसीमन के बाद सीटों की संख्या बढ़कर 114 हो गई है. इसमें से 24 सीटें पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में हैं. वहीं, 90 सीटों में से 47 सीटें कश्मीर संभाग और 43 सीटें जम्मू संभाग के अंतर्गत आती हैं.
केंद्र सरकार ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को हटा दिया था. सरकार के इस कदम का विरोध करने वाले विपक्ष के दलों ने चुनाव कराने की मांग की थी. इसके बाद दिसंबर 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि जम्मू-कश्मीर में 30 सितंबर 2024 तक चुनाव कराए जाए.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले फेज में 24 सीट पर 18 सितंबर को वोटिंग होनी है. पहले फेज में जम्मू-कश्मीर के पंपोर, त्राल, पुलवामा, अनंतनाग पश्चिम, अनंतनाग, कोकरनाग (ST), राजपोरा, जैनापोरा, शोपियां, डीएच पोरा, कुलगाम, देवसर, दूरू, श्रीगुफवाड़ा, बिजबेहरा, शांसग-अनंतनाग पूर्व, पहलगाम, इंदरवाल, किश्तवाड़, पैड डेर, नागसेनी, भद्रवाह, डोडा, पश्चिम, रामबन और बनिहाल में वोट डाले जाएंगे.दूसरे फेज में 25 सितंबर को जिन सीटों पर वोटिंग होगी उनमें श्रीनगर, गंदरबाल, पुंछ, राजौरी और रायसी प्रमुख हैं.आखिरी फेज यानी 1 अक्टूबर को नॉर्थ कश्मीर, उधमपुर, जम्मू और कठुआ निर्वाचन क्षेत्र में वोट डाले जाएंगे.वहीं, हरियाणा की 90 सीटों पर 1 अक्टूबर को मतदान होंगे. इनमें 73 सामान्य वर्ग और 17 सीटों अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हैं. इस बार 10,321 बुजुर्ग मतदाता (80 साल से ऊपर) भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा होंगे. हरियाणा विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 3 नवंबर को खत्म हो रहा है. साल 2019 के विधानसभा चुनाव में BJP को 40 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी यानी JJP ने 10 सीटें जीती थीं. BJP ने JJP के साथ गठबंधन करके सरकार बनाई थी, जबकि 31 सीटों के साथ कांग्रेस विपक्ष की कुर्सी पर बैठी थी. लेकिन, इस साल लोकसभा चुनाव से पहले फरवरी में दोनों दलों का गठबंधन टूट गया. BJP ने मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी को CM बना दिया.